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Yoga with MH1
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YOGA

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उष्ट्रासन

उष्ट्रासन योग का अर्थ क्या है ? उष्ट्रासन दो शब्द…
उष्ट्रासन योग का अर्थ क्या है ? उष्ट्रासन दो शब्द मिलकर बना है।  ‘उष्‍ट्र’ का अर्थ ऊंट होता है। इस मुद्रा में शरीर ऊंट के समान लगता है इसीलिए  इसको इस नाम से पुकारा जाता है। ................. उष्ट्रासन योग करने की विधि उष्ट्रासन करना बहुत आसान है। यहां पर बहुत सरल तरीके से इसके विधि को बताया जा रहा है।....................... सबसे पहले आप फर्श पर घुटनों के बल बैठ जाएं या आप वज्रासन में बैठे। ध्यान रहे जांघों तथा पैरों को एक साथ रखें, पंजे पीछे की ओर हों तथा फर्श पर जमे हों। घुटनों तथा पैरों के बीच करीब एक फुट की दूरी रखें। अब आप अपने घुटनों पर खड़े हो जाएं। सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और अब दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर तथा बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखें। ध्‍यान रहे कि पीछे झुकते समय गर्दन को झटका न लगे। अंतिम मुद्रा में जांघें फर्श से समकोण बनाती हुई होंगी और सिर पीछे की ओर झुका होगा। शरीर का वजन बांहों तथा पांवों पर समान रूप से होना चाहिए। धीरे धीरे सांस ले और धीरे धीरे सांस  छोड़े। जहाँ तक हो सके अपने हिसाब से मुद्रा को मेन्टेन करें। और फिर लंबी गहरी सांस छोड़ते अपनी आरंभिक अवस्था में आएं। यह एक चक्र हुआ। इस तरह से आप इसको पांच से सात बार कर सकते हैं।......................... उष्ट्रासन पेट की चर्बी के लिए: इस योग का अभ्यास से  अपनी पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। अगर आप इसको सही ढंग से करते हैं तो बहुत हद तक पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। उष्ट्रासन डायबिटीज के लिए: इसका अभ्यास करके आप डायबिटीज को बहुत हद तक कण्ट्रोल कर सकते हैं क्योंकि यह आपके पैंक्रियास को उत्तेजित करता है और इन्सुलिन के स्राव में मदद करता है। उष्ट्रासन फेफड़े के लिए: फेफड़े के स्वस्थ के लिए यह एक उम्दा आसन है और फेफड़े से सम्बंधित परेशानियों से आप को बचाता है। क्रोध कम करता है: यह योगाभ्यास क्रोध को कम करते हुए आपको शांत करने में मदद करता है। उष्ट्रासन नेत्र के लिए: दृष्टि विकार वाले व्‍यक्तियों के लिए उष्‍ट्रासन अत्‍यधिक उपयोगी होता है। उष्ट्रासन कमर दर्द में: इसको विशेषज्ञ के सामने अभ्यास करने से कमर दर्द में बहुत मदद मिलती है। यह आसन कमर दर्द के लिए रामबाण है। गर्दन के दर्द: गर्दन के दर्द को भी कम करने में मदद करता है। उष्ट्रासन पाचन में लाभदायक: पाचन संबंधी समस्‍याओं में यह लाभकारी होता है। खूबसूरत चेहरा के लिए: पतली कमर और खूबसूरत चेहरा के लिए उष्ट्रासन का अभ्यास करनी चाहिए। स्लिप डिस्क में लाभ: विशेषज्ञ के सामने  करने पर यह स्लिप डिस्क एवं साइटिका को दूर करने में मददगार है। मासिक परेशानियों को दूर करता है: यह आसन महिलाओं में मासिक जैसी परेशानियों को दूर करने में लाभदायक है।
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सुप्त वज्रासन

सुप्त वज्रासन क्या है ?..,..... सुप्त का मतलब सोया हुआ।…
सुप्त वज्रासन क्या है ?..,..... सुप्त का मतलब सोया हुआ। इसमें आप वज्रासन में बैठते हुए पीछे की ओर लेट कर इस योगाभ्यास को करते हैं जिसके कारण इसको सुप्त वज्रासन कहा गया है। अगर इस आसन को सही तरीके से किया जाए तो इसके बहुत सारे फायदे हैं। यह कमर दर्द, कब्ज, सांस रोग, रक्त संचार, पेट की चर्बी, मासिक धर्म, पतली कमर इत्यादि के लिए बहुत लाभदायक योगाभ्यास है।............ सुप्त वज्रासन के लाभ वैसे इस आसन के बहुत सारे लाभ है लेकिन यहां पर इसके कुछ महत्वपूर्ण लाभ के बारे में बताया गया है। सुप्त वज्रासन योग कब्ज के लिए: इस आसन के अभ्यास से आप कब्ज पर कण्ट्रोल पा सकते हैं। सुप्त वज्रासन योग पेट के पेशियों के लिए: अगर आप अपने ढीला ढाला पेट की मांसपेशियों से निजात पाना चाहते हैं तो इस आसन का अभ्यास करना चाहिए। यही नहीं यह आपको पेट से सम्बंधित बहुत सारी बिमारियों से दूर रखता है। सुप्त वज्रासन योग रक्त संचार में: यह आसन रक्त संचार को बेहतर बनाता है और इस तरह से आपको बहुत सारी परेशानियों से बचाता है। सुप्त वज्रासन योग पीठ दर्द में: इसका नियमित अभ्यास से आप अपने पीठ की दर्द को कम कर सकते हैं। सुप्त वज्रासन योग घुटने के लिए: यह आपके घुटने को मजबूत बनाता है। सुप्त वज्रासन योग जांघों के लिए: यह आपके जांघों के मांसपेशियों के लिए बेहद मुफीद योगाभ्यास है। सुप्त वज्रासन योग पेट की चर्बी के लिए: इस आसन का नियमित अभ्यास से आप पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं। सुप्त वज्रासन योग रीढ़ की हड्डी के लिए: यह मेरुदंड को स्वस्थ करते हुए चुस्त दुरुस्त भी रखता है। अस्थमा के लिए योग: इसके अभ्यास से आप अपने अस्थमा को बहुत हद तक कण्ट्रोल कर सकते हैं। कमर पतला करने के लिए: इस आसन के अभ्यास से आप अपने कमर को पतला, खूबसूरत बना सकते हैं।................. सुप्त वज्रासन योग सावधानी इस आसन के अभ्यास में आप को पीछे लेटते समय सावधानी बरतनी चाहिए। ज़्यदा पेट की परेशानी होने पर इस आसन का अभ्यास नहीं करनी चाहिए। कूल्हे (Hips) में दर्द होने पर इस योग का अभ्यास नहीं करनी चाहिए। घुटने में दर्द होने पर इसको न करें। कमर दर्द में भी इसका अभ्यास न करें।
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Meditation -.sweet Little Yogis

Meditation........sweet little yogis...,. It's so amazing to be able to…
Meditation........sweet little yogis...,. It's so amazing to be able to share my love of yoga and meditation with children's and even more amazing to see how much they love it and the great benefits it brings them not only physically but mentally and emotionally! We learned, we played, we danced, we shared, we inspired and yeah we had lots of fun. Have a great day everyone